*किडनी रहे फिट तो आप रहें हिट*
स्वस्थ किडनी के लिए उपाय
1) नमक की कम मात्रा
किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों को अपने आहार में नमक व प्रोटीन की मात्रा कम रखनी चाहिए जिससे किडनी पर कम दबाव पड़ता है।
2) नियमित एक्सरसाइज करें
प्रतिदिन नियमित रूप से एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधियां को करने से रक्तचाप व रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखा जा सकता हैं, जिससे डायबिटीज और उससे होने वाली क्रोनिक किडनी की बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है।
3) मैग्नीशियम का सेवन
मैग्नीशियम की कमी से उच्च रक्तचाप और विषाक्त पदार्थों के बढ़ जाने से किडनी का काम प्रभावित होने लगता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम को अपने आहार में शामिल करें। इसके लिए अपने आहार में हरी सब्जियां, बीज, नट और साबुत अनाज को शमिल करें।
4) डायबिटीज पर नियंत्रण
डायबिटीज को किडनी पर बहुत बुरा असर पड़ता है। या आप यह कह सकते है कि डायबिटीज किडनी का सबसे बड़ा शत्रु है। इसलिए ब्लड में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहना आवश्यक होता है।
5) पानी का अधिक सेवन
कम मात्रा में पानी पीने से किडनी को नुक़सान होता है। पानी की कमी के कारण किडनी और मूत्रनली में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिससे पोषक तत्वों के कण मूत्रनली में पहुंचकर मूत्र की निकासी को बाधित करने लगते हैं। इसलिए किडनी के रोगों से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना चाहिए।
6) धूम्रपान का सेवन न करें
धूम्रपान का सेवन कई गंभीर समस्याओं का कारण हो सकता है, विशेषकर फेफड़े संबंधी रोगों के लिए। इसके सेवन से रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है और किडनी में रक्त कम जाने से उसकी कार्यक्षमता घट जाती है। इसलिए धूम्रपान के सेवन से बचें।
स्वस्थ किडनी के लिए उपाय
1) नमक की कम मात्रा
किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों को अपने आहार में नमक व प्रोटीन की मात्रा कम रखनी चाहिए जिससे किडनी पर कम दबाव पड़ता है।
2) नियमित एक्सरसाइज करें
प्रतिदिन नियमित रूप से एक्सरसाइज और शारीरिक गतिविधियां को करने से रक्तचाप व रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित रखा जा सकता हैं, जिससे डायबिटीज और उससे होने वाली क्रोनिक किडनी की बीमारी के खतरे को कम किया जा सकता है।
3) मैग्नीशियम का सेवन
मैग्नीशियम की कमी से उच्च रक्तचाप और विषाक्त पदार्थों के बढ़ जाने से किडनी का काम प्रभावित होने लगता है। इसलिए पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशियम को अपने आहार में शामिल करें। इसके लिए अपने आहार में हरी सब्जियां, बीज, नट और साबुत अनाज को शमिल करें।
4) डायबिटीज पर नियंत्रण
डायबिटीज को किडनी पर बहुत बुरा असर पड़ता है। या आप यह कह सकते है कि डायबिटीज किडनी का सबसे बड़ा शत्रु है। इसलिए ब्लड में शुगर की मात्रा नियंत्रित रहना आवश्यक होता है।
5) पानी का अधिक सेवन
कम मात्रा में पानी पीने से किडनी को नुक़सान होता है। पानी की कमी के कारण किडनी और मूत्रनली में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। जिससे पोषक तत्वों के कण मूत्रनली में पहुंचकर मूत्र की निकासी को बाधित करने लगते हैं। इसलिए किडनी के रोगों से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहना चाहिए।
6) धूम्रपान का सेवन न करें
धूम्रपान का सेवन कई गंभीर समस्याओं का कारण हो सकता है, विशेषकर फेफड़े संबंधी रोगों के लिए। इसके सेवन से रक्त नलिकाओं में रक्त का बहाव धीमा पड़ जाता है और किडनी में रक्त कम जाने से उसकी कार्यक्षमता घट जाती है। इसलिए धूम्रपान के सेवन से बचें।